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पढ़े लेख : कैसे बधाई दू : कुर्मी के बोल

सोचा उतर प्रदेश की भाजपा नेतृत्व की नई सरकार को बधाई दे दूँ। पर जैसे ही बधाई देने को सोचा ही था की उसके पहले दिमाग में फिर से वही बातें जेहान में आ गई......... फिर मैं सोचने लगा कैसे और किस मुँह से बधाई दू।


कैसे बधाई दू :- जिस कुर्मी समाज ने जातीय प्रतिशत मे सबसे ज्यादा भाजपा को तन मन धन से सपोर्ट किया, उसी भाजपा ने सरकार बनते ही हमारे समाज को सरकार में हिस्सेदारी नहीं दी।


कैसे बधाई दू :- जिस कुर्मी समाज के कैंडिडेट भाजपा में सबसे ज्यादा जातीय प्रतिशत में विजयी हुए, उन विधायकों को सरकार में नाममात्र की हिस्सेदारी दी गई (28/27)


कैसे बधाई दू :- जिस शख्स ने 2014 से लेकर 2017 तक के चुनाव में नरेंद्र मोदी, अमित शाह जैसे दिग्गजो की रैलियों का मैनेजमेंट किया, संघ के प्रचारक तौर पर काम किया, पार्टी में संगठन को मजबूत किया, युवाओं को जोड़ा, जिसका नाम भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ साथ भावी मुख्यमंत्री के दौड़ में सबसे आगे था उस शख्स को सरकार बन जाने के बाद मात्र स्वतंत्र प्रभार का मंत्री का पद देकर छोड़ दिया जाता है।

उस शख्स का नाम है माननीय स्वतंत्रदेव सिंह


कैसे बधाई दू :- जो शख्स किसी लोकसभा सीट से आठ बार सांसद रह चुका हो, पूर्व एंव वर्तमान में केंद्रीय मंत्री हो, जो सालों से भाजपा केंद्रीय स्टैंडिंग कमेटी का सदस्य हो, समाज को जोडने की हिम्मत हो, उस शख्स का नाम ही मुख्यमंत्री की दौड से बाहर कर दिया जाता हो।

उस शख्स का नाम माननीय संतोष गंगवार है।


कैसे बधाई दू :- जिस नेत्री की वजह से भाजपा केंद्र की सतता में आई, उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में लोकसभा की 73 सीट जीती, 2017 के विधानसभा चुनाव में बहुमत को प्राप्त किया उस नेत्री की उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए कोई चर्चा ही नहीं।

उस नेत्री का नाम है माननीया अनुप्रिया पटेल जी।


कैसे बधाई दू :- जिस पार्टी के गठबंधन के बदौलत भाजपा ने लोकसभा के चुनाव में विजय पाई, विधानसभा चुनाव में बहुमत पाई, उस पार्टी के विजयी हुए 9 विधायको को सरकार बनने के बाद सरकार में उचित हिस्सेदारी ना मिली, उस पार्टी का नाम अपना दल (s) है |

वही उसके उल्टा 4 सीट जीतने वाले ओम प्रकाश राजभर को कैबिनेट मंत्री बना दिया जाता है।


कैसे बधाई दू :- जो शख्स विधानसभा अध्यक्ष के साथ साथ मुख्यमंत्री का दावेदार बन सकता था, जो पूर्व में मंत्री के साथ साथ पाँच बार बिधायक रहा हो, संघ के कार्यकता रहे हो उस शख्स को सरकार में कोई पद नहीं दिया गया है।

उस शख्स का नाम है माननीय पटेल रामकुमार वर्मा।


कैसे बधाई दू :- जिसके खानदान ने भाजपा को बनाने और खड़ा करने में अपनी पीढियां गवा दी, और जब मौका आया कुछ उन्हें देने का तो भाजपा नेतृत्व ने आँखे बंद कर ली

जैसे :- अनुराग सिंह s/o ओम प्रकाश सिंह

नीलिमा कटियार D/O प्रेमलता कटियार


कैसे बधाई दू :- जिस शख्स की वजह से भाजपा ने जिले में अपनी पैठ बनाई, और सबसे ज्यादा वोटों से जीत कर भाजपा को सत्ता के नजदीक पहुंचाया उन शख्सो सरकार में किसी पद से नही नवाजा गया।

संजय गंगवार :- पीलीभीत

दयाराम चौधरी :- बस्ती ।

कैसे बधाई दू :-जिस शख्स ने बुंदेलखंड के कुर्मी समाज को भाजपा के तरफ मोड़ दिया उस शख्स को सरकार बनने के बाद भाजपा पहचान नहीं रही है

माननीय आर के पटेल विधायक, पूर्व मंत्री एंव सांसद


कैसे बधाई दू :- जिस समाज ने अपनो को हराकर भाजपा की सरकार बनाई उस सरकार में उस समाज का प्रतिनिधि ही नही बनाया गया।


26 विधानसभाएं जहां कुर्मी प्रत्याशी होने के बाद भी पटेलों ने बीजेपी को जिताया-
1- चित्रकूट वीर सिंह पटेल -सपा
2- बिलासपुर प्रदीप कुमार गंगवार- बसपा 
3- बदायूं भूपेन्द्र सिंह दद्दा- बसपा 
4- बिथरी चैथपुर वीरेन्द्र सिंह- बसपा 
5- बरखेड़ा डा. शैलेन्द्र सिंह गंगवार- बसपा 
6- बीसलपुर रत्नेश गंगवार सपा, दिव्या पटेल बसपा 
7- गोला गोकर्णनाथ ब्रज स्वरूप कनौजिया- बसपा 
8- धौरहरा यशपाल चौधर- सपा 
9-बिंसवा- निर्मल वर्मा बसपा 
10-सिकंदरा सीमा सचान सपा, महेन्द्र कटियार बसपा 
11-जहानाबाद मदनगोपाल वर्मा -सपा 
12-पट्टी राम सिंह पटेल -सपा 
13-चायल चन्द्रबलि सिंह पटेल-सपा 
14-मेजा रामसेवक पटेल- सपा 
15-करछना दीपक पटेल-बसपा 
16-बाराबंकी सुरेन्द्र सिंह वर्मा- बसपा 
17-टांडा मनोज वर्मा- बसपा 
18-भिनगा इंद्राणी वर्मा- सपा 
19-कप्तानगंज रामप्रसाद चौधरी- बसपा 
20-रुदौली रामललित चौधरी सपा, राजेन्द्रप्रसाद चौधरी बसपा 
21-गोरखपुर शहर जनार्दन चौधरी- बसपा 
22-सहजवना देवनारायण सिंह- बसपा 
23-फाजिलनगर विश्वनाथ सिंह-सपा, जगदीश सिंह- बसपा 
24-हाटा बीरेन्द्र सिंह सैंथवार- बसपा 
25-पिंडरा बाबूलाल पटेल- बसपा 
26-रोहनिया सुरेन्द्र सिंह पटेल -सपा

पढ़े पूरी रिपोर्ट नीरज भाई पटेल जी द्वारा लिंक - Indians For Social Justice(IFSJ)

लेखक :- KURMI K BOL युवा सोच युवा जोश

6 comments:

  1. Kurmi apni baat kbhi stress bnakr rakh nhi paate......agr aap jaise log youngster ko kuch margdrsn kre.....jis se yougster smjh ske..........

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  2. Gujrat me Patel ke side pahle ye ho chuka he phir bhi tumne up me bjp ko sath diya to ye to hona hi tha

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  3. Bhai g BJP valo Kurmi ki vote ka istemal kiya baki diya kuchh bhi nahi

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  4. This very nature of BJP....theu subordinated Kurmis under Upper castes Brahmins- Kshatriya Syndicate. But since we don't have right options er are bound to be those.
    We need to do with R4 principles
    Recognize (पहचानो), Respect (सम्मान दो), Reunite (पुनर्मिलन करें), and Resurge (पुनरुत्थान करें).
    ..
    we constitute nera 12 % of Indian Population, Most Honest and industrious but fragmented, divided in different surnames, so we need to RECOGNIZE each-other, then Give RESPECT, REUNITE, and RESURGE our people

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  5. Hm log o ko ab keval apna dal ko hi vote krna chahiye qki apna dal ko mjbut bna Kr kurmi mjbut hoge

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