जॉब करते हुए लायीं आल इंडिया 308वीं रैंक अभिलाषा : ढेरों बधाई |
जॉब करते हुए पूरी की 'अभिलाषा', परीक्षा में 308वीं रैंक
बिहार के नालंदा की बेटी अभिलाषा अभिनव ने यू.पी.एस.सी. परीक्षा में पहले ही प्रयास में 308वां रैंक लाया है। अभिलाषा ने बताया कि देश सेवा के लिए यह सबसे बेहतर रास्ता है। भ्रष्टाचार मिटाकर ही देश के विकास को गति दी जा सकती है।राजीव नगर की अभिलाषा अभिनव ने परीक्षा में 308वीं रैंक हासिल की है। वह उन लोगों के लिए प्रेरणा भी बन गई हैं जो तैयारी के लिए समय नहीं होने का रोना रोते रहते हैं। उन्होंने जॉब करते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। अभिलाषा फिलहाल शास्त्रीनगर गाजियाबाद में सिंडिकेट बैंक में पीओ के पद पर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि नौकरी की वजह से चाहकर भी ट्यूशन या कोचिंग नहीं कर सकती थीं। दिल्ली में टेस्ट सीरीज में भाग लेने जाती थीं। बाकी खुद ही तैयारी करती रहीं। यह भी खास है कि अभिलाषा ने पहले प्रयास में ही सफलता हासिल कर ली।
अपनी सफलता का श्रेय माता कल्याणी सिन्हा व पिता सेवानिवृत आई.पी.एस. भोलानाथ सरकार को देती है |
पिता 2013 में झारखंड सशस्त्र पुलिस के कमांडेंट के रूप में देवघर से सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने कहा कि अभिलाषा बचपन से ही मेधावी थी। हमेशा अपनी कक्षा में टॉप करती थी। उसकी 10वीं तक की पढ़ाई-लिखाई डॉन बॉस्को एकेडमी दीघा से हुई। डीपीएस बोकारो से 12वीं करने के बाद महाराष्ट्र संयुक्त इंजीनियरींग प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त कर ए.सी. पाटिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी मुंबई में दाखिला ले लिया। वहां से 2012 में इलेक्टॉनिक्स में बी.टेक. किया और आइ.बी.एम. के रिसर्च डिपार्टमेंट में नौकरी करने लगीं। वहां से जब लंदन जाने की बारी आई तो यू.पी.एस.सी. की तैयारी के लिए नौकरी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद सिंडिकेट बैंक की नौकरी करने लगीं और साथ में यू.पी.एस.सी. की तैयारी भी। पिछले साल परीक्षा में बैठीं और परीक्षाफल निकला तो उनकी मेहनत का फल भी उसमें नजर आने लगा। वह महिलाओं को सशक्त करना चाहती हैं।
बिटिया की अभूतपूर्व सफलता पर गांव में खुशी का माहौल है। बड़ी संख्या में लोग उनके घर पर आकर बधाई दे रहे हैं। परिजन खुश हैं। मिठाइयां भी बांटी जा रही है।
KCI की तरफ से बहुत बहुत बधाई और ढेरों शुभकामनाये |||
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