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कुर्मी जाति से आने वाले नालंदा के प्रख्यात चिकित्सक दम्पत्ति नेत्र विशेषज्ञ डॉ अरविन्द एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सुनिति सिन्हा ने पेश की मिशाल



कुर्मी जाति से आने वाले नालंदा के प्रख्यात चिकित्सक दम्पत्ति नेत्र विशेषज्ञ डॉ अरविन्द एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सुनिति सिन्हा ने पेश की मिशाल ।

सहेली संस्था को ले आगे आयी रोटरी व इनरव्हील - बेटियों के स्वावलंबी बनाने की मुहिम को गति दे रहें डॉक्टर दंपति महिलाओं को सशक्त करने के उद्देश्य से शुरू की गयी संस्था 'सहेली' समाज के लिए नज़ीर पेश कर रही है।अस्थावां ब्लाक के बलवापर गांव स्थित इस संस्था की शुरुआत अंतर्राष्ट्रीय समाजसेवी संस्थान रोटरी व इनर व्हील ने की है।महिलाओं के लिए सिलाई ,कंप्यूटर व अन्य ट्रेनिंग प्रोग्राम की व्यवस्था की गयी है जिसमें महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाता है ताकि वो समाज में अपने आप को अपनी प्रतिभा के बूते स्थापित कर सकें।जिसे चिकित्सक दंपति गति देने में जुट गयें हैं। 

अंतर्राष्ट्रीय समाजसेवी संस्था रोटरी व इनरव्हील 'सहेली' मुहीम चलाकर बेटियों को अपने पैरों पर खड़े होने में सहयोग कर रही है। इसके तहत बेटियों की पढ़ाई व रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण देने की शुरूआत की गई है। इस मुहिम को शहर के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अरविंद कुमार और उनकी पत्नी डॉ. सुनीति सिन्हा ने अपने आइडियाज से गति दी है। डॉक्टर दंपति के प्रयास से मुहीम रफ्तार पकड़ चुकी है। अभियान को सफल बनाने में डॉ. श्याम नारायण प्रसाद के अलावा शहर के अन्य प्रख्यात चिकित्सक व समाज सेवी भी सहयोग कर रहे हैं। 

नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.अरविन्द सिन्हा ने कहा कि यह एक अनोखी पहल है जिसमें महिलाओं को सशक्त करना रोटरी का उद्देश्य है।इतना ही नहीं रोटरी व इनर व्हील ने एक डोनेशन बॉक्स बनाया है जो क्लब के ही सदस्यों के प्रतिष्ठान व क्लिनिक में रखा जायेगा। सदस्यों के लिए न्यूनतम 100 रूपये प्रतिदिन व अन्य लोग जिनकी इच्छा हो कि वो इस सामाजिक पहल में अपना योगदान दे सकते हैं वो जितना भी डोनेट करे उतना ही अच्छा है,सभी का स्वागत है।स्त्री रोग विषेशज्ञ डॉ.सुनीति सिन्हा ने कहा कि इनर व्हील व रोटरी मिलकर इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाएगी ताकि आर्थिक कमी के कारण इस संस्था पर असंतोष का बादल न मंडरा पाए।


वैसे तो पूरे देश व सूबे में महिला शशक्तिकरण को लेकर कार्यक्रम चलाये जा रहे है एवं रोजगार दिलाने के लिए विभिन्न प्रकार की तकनीकी प्रशिक्षण दिये जा रहे है जिससे की महिलाए भी पुरुष के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल सके परंतु बलवा पर स्थित इस संस्था के द्वारा महिलाओ को शशक्त बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिलवा कर उन्हे रोजगार का साधन उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जा रहा है एवं रोटरी व इनर व्हील इसके लिए दृढ संकल्पित हैं।उन्होंने शहरवासियों से अपील की है बेटियों को आगे बढ़ने में सहयोग करें।

लेखक - धर्मेन्द्र कुमार नालंदा ।

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